Math Founder – त्रिदण्डि स्वामी श्री भक्ति प्रसाद त्रिविक्रम महाराज

ॐ विष्णु पाद अशट्टोतर शत परम हँस परिव्राजकाचार्य, श्री श्रीमद भक्ति प्रसाद विष्णु गोस्वामी महाराज

त्रिदण्डि स्वामी श्री भक्ति प्रसाद त्रिविक्रम महाराज

त्रिदण्डि स्वामी श्री भक्ति प्रसाद त्रिविक्रम महाराज

श्री श्री गुरु गौराँगो जयत:

नम: ॐ विष्णुपादाय श्री माधव प्रियायचः
भक्तिप्रसाद विष्णवे श्रीमते यतये नम:

“श्रील भक्ति दायित माधव गोस्वामी महाराज के प्रिय शिष्य ॐ विष्णुपाद श्री श्रीमद भक्तिप्रसाद विष्णु महाराज को मै बारम्बार प्रणाम करता हूँ ।”

अखिल भारतीय श्री चैतन्य महाप्रभु गौडीय मठ​ के संस्थापकाचार्य​ त्रिदण्डि स्वामी श्री श्रीमद भक्ति प्रसाद विष्णु गोस्वामी महाराज के अनुगृहीत, कृपापात्र त्रिदण्डि स्वामी श्री भक्ति प्रसाद त्रिविक्रम महाराज का शुभ अर्विभाव सन 1974, 28 अकतूबर, भारत की राजधानी दिल्ली मे हुआ । आपकी पूज्यनीय माता जी का नाम श्रीमती गोविंदी देवी चन्दोला (दीक्षा उपरान्त श्रीमती गंगा देवी दासी ) एवं पिता पूज्य गोलोक वासी श्रीमान नंद किशोर चन्दोला थे । आपका बाल्य्काल संतो साधुओ के सानिध्य मे बीता । ब्राह्मण परीवार से सम्बन्ध होने के कारण, वेद एवं कुछ धार्मिक ग्रंथो की शिक्षा आपको घर पर ही आपके पिता के दारा प्रदान की गई ।

आपने अपनी प्राम्भिक शिक्षा दिल्ली मे ही रह कर पूर्ण की । पूर्व जन्म के संस्करो के कारण आप यथा समय श्री धाम वृंदावन मे जाकर संतो का सानिध्य करते रहे । 21 वर्ष की युवावस्था मे संसार के प्रति उदासीन भाव के कारण आपने ब्रह्मचर्य का संकल्प लिया । आपकी सन्यास दीक्षा अखिल भारतीय श्री चैतन्य महाप्रभु गौडीय मठ के संस्थापकाचार्य, वैष्णव कुल भूषण, महान भक्त, त्रिदण्डि स्वामी श्री श्रीमद भक्ति प्रसाद विष्णु गोस्वामी महाराज के द्वारा प्रदान की गई ।

श्री चैतन्य महाप्रभु एवं अपने गुरु महाराज की आज्ञा को शिरोधार्य करते हुए आपने विशुद्ध कृष्ण भक्ति के प्रचार का संकल्प लिया । भारत के नगरो और गावो मे जाकर श्रीमद भागवत कथा, श्री हरीनाम संकीर्तन, प्रवचनो की श्रंखलाओ के द्वार शुद्ध हरि भक्ति का प्रचार कर जींवो का कल्याण कर रहे है ।

आपने शुद्ध भक्ति के प्रचार केन्द्र रूप मे 15 जुलाई 2011, आषाण शुक्ल पक्ष गुरु पुर्णिमा के शुभ अवसर पर श्री चैतन्य महाप्रभु गौडीय मठ शाखा का शिलान्यास देहरादून क्षेत्र मे किया । आप भगवत प्रेम के प्रवाह के कारण कठोर परिश्रम करते हुए कई वर्षो से देहरादून मे भगवान श्री बलदेव जगन्नाथ सुभद्रा देवी की यात्रा महोत्सव का आयोजन कर रहे है । प्रत्येक वर्ष भगवान श्री श्री राधा कुंज विहारी जी के प्रतिष्ठा महोत्सव के उप्लक्ष्य मे वार्षिक भागवत कथा का आयोजन कर के जन जन मे भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु के संदेश का प्रचार कर रहे है । आपकी वाणी, तेज एवं प्रामाणिक भक्ति के संदेश को सुन कर, हरिनाम का आश्रय ले कलियुग में बद्ध​ जीव आनन्द की प्राप्ति कर रहे हैं ।

 

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